Up Government Increased Sugarcane Price By Rs 20 Now The Price Of Sugarcane Is Rs 370 Per Quintal
यूपी सरकार ने 20 रुपये बढ़ाया गन्ना मूल्य: अब 370 रुपये प्रति क्विंटल हुआ गन्ने का दाम
गांव जंक्शन डेस्क, लखनऊ
Published by: Shailesh Arora
Updated Thu, 18 Jan 2024 04:24 PM IST
सार
उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ना मूल्य में 20 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है। अब यूपी में गन्ने का सरकारी मूल्य 370 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। पेराई सत्र 2023-24 के लिए निर्धारित किए गए मूल्य के अनुसार देय गन्ना मूल्य का भुगतान चीनी मिलों द्वारा किसानों को एक मुश्त होगा।
यूपी में 42 लाख से अधिक किसान गन्ने की खेती से जुड़े हुए हैं
- फोटो : गांव जंक्शन
यूपी में गन्ने की अगेती प्रजातियों का राज्य परामर्शित मूल्य 350 रुपये प्रति क्विंटल था। सरकार ने इसमें 20 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि करते हुए 370 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। इसी तरह सामान्य और अनुपयुक्त प्रजातियों के मूल्य में भी 20 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। गन्ने की सामान्य प्रजाति का मूल्य पहले 340 रुपये प्रति क्विंटल था उसे बढ़ाकर 360 रुपये प्रति क्विंटल और अनुपयुक्त प्रजाति का मूल्य 335 रुपये से बढ़ाकर 355 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। प्रदेश की सभी चीनी मिलें (सहकारी क्षेत्र, निगम एवं निजी क्षेत्र) अब इस मूल्य पर गन्ना खरीदेंगे।
सरकार के इस फैसले से प्रदेश के 42 लाख से अधिक गन्ना किसानों को फायदा होगा। बैठक के बाद गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने बताया, प्रदेश में 42 लाख से अधिक परिवार गन्ने की खेती करते हैं। करीब 45 लाख मजदूर गन्ने की खेती से जुड़े हैं। इस फैसले से गन्ने के उत्पादन और चीनी उद्योग दोनों को बढ़ावा मिलेगा। किसान, मिल मालिक, व्यापारी, अधिकारी की कमेटी से जो सुझाव आए थे उनके आधार पर गन्ना मूल्य बढ़ाने का निर्णय किया गया है।
गन्ना किसानों के खाते में 2200 करोड़ रुपये अधिक जाएंगे
प्रदेश में 29 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में गन्ना होता है। वर्तमान में जो गन्ना उत्पादन है उसके हिसाब से 20 रुपये प्रति क्विंटल का दाम बढ़ने से गन्ना किसानों के खाते में 2200 करोड़ रुपये अधिक जाएंगे। गन्ना मंत्री ने कहा, वर्ष 2017 में जब योगी सरकार आई थी तो प्रदेश में गन्ने का मूल्य 315 रुपये प्रति क्विंटल था।
2017 से अब तक 55 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा गन्ना मूल्य
इस सरकार ने सात साल से कम समय में 55 रुपये प्रति क्विंटल तक गन्ना मूल्य बढ़ाया है। यदि पिछली सरकार से तुलना की जाए तो वर्ष 2012 से 2017 की सरकार में पांच साल के दौरान 25 रुपये प्रति क्विंटल गन्ने का दाम बढ़ा था। तब चीनी मिलें बंद हो रही थीं और गन्ने का उत्पादन घट रहा था।
सीएम योगी की अध्यक्षता में लोकभवन में हुई कैबिनेट की बैठक
- फोटो : गांव जंक्शन
गन्ना मूल्य के साथ ढुलाई शुल्क भी बढ़ा
पेराई सत्र 2023-24 के लिए चीनी मिलों के बाहरी क्रय केंद्रों से गन्ने का परिवहन मिल गेट तक कराए जाने के मद में होने वाली ढुलाई कटौती की दर 45 पैसे प्रति क्विंटल, प्रति किलोमीटर निर्धारित की गई है। लेकिन, यह अधिकतम नौ रुपये प्रति क्विंटल ही रहेगी। गन्ना मंत्री ने बताया ढुलाई शुल्क को देखें तो किसानों पर कुल 39 करोड़ रुपये का भार पड़ेगा। जबकि गन्ना मूल्य बढ़ने से 2200 करोड़ रुपये अतिरिक्त उनके खाते में जाएंगे।
86 फीसदी गन्ना मूल्य भुगतान किया जा चुका
चौधरी लक्ष्मीनारायण ने बताया कि वर्तमान सत्र का 86 फीसदी गन्ना मूल्य भुगतान किया जा चुका है। प्रदेश में इस समय 120 चीनी मिल चल रही हैं। इनमें 40 मिल ऐसी हैं जो किसानों को साप्ताहिक गन्ना मूल्य भुगतान कर रही हैं। जबकि, एक्ट में प्रावधान 14 दिन में भुगतान का है। पिछली बार भी हम 98 फीसदी गन्ना मूल्य का भुगतान कर चुके थे।
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